#राजनैतिक-व्यंग
Har Baat Hogi Khaas…
#राजनैतिक-व्यंग
दिल्ली के स्वघोषित कट्टर ईमानदार आम आदमी के ऊपर व्यंगात्मक कविता
आम आम करते करते
डकार गए पूरा सेब
दिल्ली के सर्टिफाइड आम आदमी
बन गए आज सेठ,
बन गए आज सेठ
काल तक थे मफलर धारी
कहते थे ”ना लूँगा बंगला
ना लूँगा ऊँची गाड़ी”।
”ना लूँगा गाड़ी ऊँची
चप्पल में घूमूँगा
ईमानदारी का सर्टिफिकेट भी
मैं ही सबको दूंगा”।
सर्टिफिकेट मैं ही दूंगा क्यूंकि
ईमानदारी को सबसे पहले
मैंने ही प्रमोट किया है,
अन्ना जी से इस पर अपना
कॉपीराइट लिया है।
कॉपीराइट मेरा है
ईमानदार हम कट्टर है
मैं हूँ गुड़ और
ईमानदारी मेरी शक्कर है,
इस शक्कर को हमने
दिल्ली के विकास में मिलाया है
बिजली पानी के साथ साथ
पव्वे पर पव्वा फ्री दिलाया है।
पव्वा फ्री दिलाया है
अबकी ठेका फ्री दिलाएंगे,
शीशमहल तो बना लिया
अबकी वोट मिल जाये तो
दिल्ली को लन्दन बनाने का
वादा जरूर निभाएंगे..।।
Written by Deepank Agrawal